जिस दिन पूरा देश ईद जश्न मना रहा था और ईद की बधाई दी जा रही थी ठीक उसी दिन यानी कि आज के दिन जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाज़ी करी।
जम्मू कश्मीर के 4 जिले श्रीनगर, बारामुला, अनंतनाग और पुलवामा में पत्थरबाजों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी करी। पत्थरबाजों ने श्रीनगर के जामिया मस्जिद में नमाज पढी और नमाज पढ़ने के बाद पत्थरबाजी कर प्रदर्शन किया।
देश भक्ति गीत "सारे जहां से अच्छा" की एक बहुत सुंदर लाइन है 'मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना' जो कि सत्य है क्योंकि कोई धर्म या कोई मजहब यह नहीं कहता की आतंक फैलाया जाए और धर्म के नाम पर किसी का दिल दुखाया जाए। पर आज ईद के दिन नमाज पढ़ने के बाद जिन पत्थरबाजों ने पत्थरबाजी करी उससे साफ पता लगता है कि पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी धर्म के नाम पर उनसे पत्थरबाजी करवाते हैं और आतंकवाद को बढ़ावा दिलाते हैं।
जो हाल इस वक्त पत्थरबाजों का है उससे साफ प्रतीत होता है कि आने वाले समय में छोटे-छोटे बच्चों के हाथों में पत्थर और खतरनाक हथियार होंगे। ईद शांति फैलाने को कहता है पर इन पत्थरबाजों ने ईद के दिन भी आतंक फैलाया। शायद उन्हें अपने धर्म का मतलब, अपने धर्म के प्रति कर्तव्य और एक मुसलमान होते हुए उनका बाकी लोगों के लिए क्या कर्तव्य है वह नहीं मालूम।
पत्थरबाज इसीलिए इतना बौखलाए हुए हैं क्योंकि हाल ही में जम्मू कश्मीर की विधानसभा सीटें बढ़ाने की चर्चा हुई है और चुनाव आयोग ने कहा है कि अमरनाथ की यात्रा के बाद जम्मू कश्मीर में चुनाव का ऐलान कर दिया जाएगा। पत्थरबाजों ने कश्मीर बनेगा पाकिस्तान के नारे लगाए और आतंकवादियों की तस्वीरों से पोस्टर और बैनर बनाकर भड़काऊ नारे लगाए। यहां तक कि एक पोस्टर पर मूसा आर्मी लिखा हुआ था। मूसा एक आतंकवादी था। जिसका पूरा नाम जाकिर मूसा रहीमहुल्लाह था।
पत्थरबाजों के इस क्रोध को देखकर साफ यह पता लगता है की भारत जिस तरह आतंकवाद पर लगाम लगा रहा है उससे वे डरे हुए हैैं। वेें अपना गुस्सा पत्थरबाजी के द्वारा इसीलिए दिखा पा रहे हैं क्योंकि भारत में अब भी बहुत से लोग हैं जो उनका समर्थन करते हैं। जिस तरह हिंदुस्तान आतंकवादियों को मजा चखा रहा है। उससे हम यह कह सकते हैं कि बहुत जल्द आतंकवाद पर पूरी तरह से लगाओ लगा दी जाएगी।
जय हिंद 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जय भारत 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
वंदे मातरम 🇮🇳🇮🇳🇮🇳

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