Sunday, March 22, 2020

कनिका कपूर के अक्सर लंदन जाने का राज़, जानिए उनसे जुड़ी कुछ रहस्यमयी बातें


आज कल कनिका कपूर सुर्खियों में है, उनके कोरोना वायरस पॉजिटिव होने के बाद उनकी चर्चा देशभर में चल रही है। जब कनिका को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया तब वे लंदन से लौटी थी। पर क्या आप जानते हैं कि वह अक्सर लंदन क्यों जाती हैं? दरअसल कनिका के तीन बच्चे हैं और वह उनसे मिलने अक्सर लंदन जाती रहती हैं।


कनिका कपूर बहुत ही मशहूर गायिका हैं। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत में शिक्षा प्राप्त की है। वे लखनऊ की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी गायिका का सफर 2012 में 'जुगिनी जी ' से किया था। उनका वह गाना बहुत लोगों को पसंद आया था। पर ज्यादा उनको तब पसंद किया जाने लगा जब उन्होंने सनी लियोनी की फिल्म रागिनी 2 में बेबी डॉल वाला गाना गाया। उसके बाद उन्होंने सनी लियोनी की काफी फिल्मों में गाने गाए।


आपको बता दें की कनिका जब केवल 18 साल की थी तब उनकी शादी राज चंडोक से सन 1997 में हो गई थी। कनिका और राज की मुलाकात कनिका के चचेरे भाई की शादी में हुई थी। उन दोनों का रिश्ता ज्यादा लंबा नहीं चला और तलाक लेकर भारत वापस लौट आई। अब वे अकेले अपने तीनों बच्चों की परवरिश कर रही हैं और उनसे मिलने वो अक्सर लंदन जाती रहती हैं।

Friday, February 14, 2020

मोहब्बतें-ए-वतन, शहीदों की शहादत को सलाम

जय हिंद, "मेरे हीरो"

"भिगोकर वर्दी लहू में
वो कहानी दे गए अपनी,
निभा कर मोहब्बत वतन के खातिर
वो निशानी दे गए अपनी,
मनाते रह गए वेलेंटाइन डे हम और तुम
वहां जान लूटा कर सरहद पर वो जवानी दे गए अपनी।"

14 फरवरी, यह दिन बहुत से लोगों के लिए वेलेंटाइन डे हो सकता है, खुशियों का दिन हो सकता है या फिर कोई आम दिन हो सकता है। पर यह दिन भारत का वह बुरा दिन है जिसमें हमने अपने कई वीर जवानों को खोया था। पिछले साल 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में एक हमला हुआ था जिसमें 40 से भी ज़्यादा जवान शहीद हो गए थे। यह दिन कभी भुलाए नहीं भूला जा सकता। पुलवामा में शहीद हुए जवानों और हर रोज़ हमारी सुरक्षा में तैनात जवानों को मेरा नमन।
आपको बता दें कि आज के ही दिन 1931 में सुखदेव, राजगुरु और भगत सिंह को फांसी की सजा सुनाई गई थी। 23 मार्च 1931 में उनको फांसी दे दी गई थी। हमें उन शूरवीरओ की शहादत को हमेशा याद करना चाहिए और उनके चरित्र एवं उनके त्याग से बहुुुुत कुछ सीखना चाहिए।

"दिखा गया वो वीर मोहब्बत अपनी
तुम में देशभक्ति जागे तो बताना,
आयी है लाश सरहद से उसकी
तुम्हारा लहू खौले तो बताना।"


हमारे जवानों की तरह हम सबके भी बहुत से कर्तव्य है देश के प्रति। ज़रूरी नहीं कि देशभक्ति सरहद पर ही दिखायी जा सकती है। बल्कि देश के भीतर रह कर भी हम अपने मौलिक कर्तव्यों को निभा कर देशभक्ति दर्शा सकते हैं। हर व्यक्ति के लिए देशभक्ति की परिभाषा, मायने और पैमाने अलग हो सकते हैं। हमारे जीवन के कुछ मौलिक कर्तव्य हैं जिनका हमें ध्यान रखना चाहिए अथवा अपने उन कर्तव्यों को पूरा भी करना चाहिए। अक्सर हम अपने मौलिक कर्तव्यों से भागते हुए नज़र आते हैं। अक्सर लोग  संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों का गलत तरह से इस्तेमाल करते नजर आते हैं। भारत का संविधान इस देश में रहने वाले हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का अधिकार देता है और बहुत से लोग उन अधिकारों का गलत तरह से इस्तेमाल करते हैं और सरकारी संपत्ति को ठेस पहुंचाते हैं। इस देश में रहने वाले हर व्यक्ति का छोटे से छोटा कदम देश के विकास पर असर डालता है और लोग बेईमान होकर खुद की जेब भरने में व्यस्त रहते हैं। यह चीजें देशभक्ति की परिभाषा के विरुद्ध है,जो धीरे-धीरे देश को खोखला कर रहा है।


modi tanashah hai

Tuesday, June 11, 2019

विश्व कप के विज्ञापन के रूप मे पाकिस्तानी टीवी ने बनाया अभिनंदन वर्थमान का मजाक

भारत और पाकिस्तान के बीच भविष्य में होने वाले एक महत्वपूर्ण विश्व कप मैच से पहले, एक पाकिस्तानी टीवी चैनल ने एक विज्ञापन का प्रसारण किया, जिसमें विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान के चरित्र पर आधारित एक चरित्र दिखाया गया था।
अभिनंदन की भूमिका निभाने वाले चरित्र की क्लिप जैज़ टीवी पर दिखाई गई जिसकी अवधि लगभग 33 सेकंड है और उसकी मूछें भारतीय वायु सेना  के पायलट अभिनंदन  वर्थमान जैसी थी। लेकिन उसको एक एयरमैन के फ्लाइट सूट में नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम की नीली जर्सी पहने दिखाया है। उस चरित्र को चाय की चुस्की लेते हुए भी दिखाया है। 27 फरवरी को पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा सार्वजनिक किए गए टीवी क्लिप में असली अभिनंदन को जिस तरह से देखा गया था ठीक उसी तरह अभिनंदन की भूमिका निभाने वाले चरित्र को  दिखाया गया है।
यह प्रसारण भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्थमान की वीरता दिखाने के लिए नहीं बनाया बल्कि विश्व कप प्रसारण के रूप में  उनका  मजाक  बनाया है।
टीवी क्लिप प्रसारण में पीछे से आवाज आती है और वह शख्स सवाल पूछता है कि रविवार के मैच में पाकिस्तान के खिलाफ भारत के प्लेइंग इलेवन में कौन शामिल हैं। अभिनंदन की भूमिका निभाने वाले ने चरित्र ने जवाब दिया- "मैं आपको यह बताने वाला नहीं हूँ" - असली अभिन्दानंद ने जिस तरह से जवाब दिया था, जब पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों ने उनसे उनके मिशन के बारे में सवाल किया था।
करण में दिखाए गए पूछताछकर्ता ने पूछा कि "चाय कैसी है?" "चाय वास्तव में शानदार है" - जैसा कि अभिनंदन ने जवाब दिया था।
दो सवालों के बाद, अभिनंदन की भूमिका निभाने वाले चरित्र से प्रश्नकर्ता ने कहा " अच्छा चलो, तुम जा सकते हो।" जैसे ही  वह उठता है, प्रश्नकर्ता उसे खींच लेता है और कहता है, "एक सेकंड रूको! कप कहां लेके जा रहे हो?" - क्रिकेट वर्ल्ड कप की ट्रॉफी के संदर्भ में "कप" शब्द पर इस्तेमाल किया है।

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Saturday, June 8, 2019

विराट कोहली के पूर्व स्कूल ने आशीर्वाद के रूप में लंदन भेजी मिट्टी

विराट कोहली 1983 में कपिल देव और 2011 में एम. एस धोनी के बाद तीसरे विश्व कप जीतने वाले कप्तान बनने की तलाश में है। उनका पूर्व स्कूल बहुत ही अनोखे तरीके से अपना समर्थन व्यक्त कर रहा है। विराट कोहली को आशीर्वाद के तौर पर और उनको वर्ल्ड कप जीतने की प्रेरणा मिले इसीलिए उनके पूर्व स्कूल विशाल भारती ने विराट कोहली को मिट्टी भेजने का निर्णय लिया।


मेजबान प्रसारक स्टार स्पोर्ट्स ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि उत्तम नगर में विशाल भारती पब्लिक स्कूल की मिट्टी, जहां भारतीय कप्तान ने अपने बचपन का एक हिस्सा बिताया था, अपने परिसर से लंदन के लिए मिट्टी भेज रहे हैं। स्टार स्पोर्ट्स ने ट्वीट में कहा, "@ imVkohli के स्कूल की मिट्टी, जहां उन्होंने क्रिकेट खेलना सीखा, उन्हें आशीर्वाद देने के लिए लंदन जा रही है।"
कोहली ने अपनी नौवीं कक्षा में सेवियर कॉन्वेंट में जाने से पहले विशाल भारती में स्कूली शिक्षा शुरू की। 1998 में, उन्होंने विशाल भारती में अध्ययन के दौरान पश्चिम दिल्ली क्रिकेट अकादमी में प्रवेश लिया। वह तब से एक लंबा सफर तय कर चुके हैं, 2008 में भारतीय क्रिकेट टीम से जुड़ गए थे।

Thursday, June 6, 2019

गर्मी और महंगाई को मात देने के लिए मोदी सरकार ने लिया यह बड़ा कदम



गर्मी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और यह कम होने का नाम नहीं ले रही है। गर्मी से राहत देने के लिए मोदी सरकार ने लोगों को और कंपनियों के मुकाबले सस्ते और फाइव स्टार एसी से अच्छे ए.सी देने का निर्णय लिया है। यह ए.सी नि:शुल्क तो नहीं है पर इसका मूल्य बाकी ए.सी से कम है। यह ए.सी बाकी कंपनियों के ए.सी  से लगभग 15 से 20 फीसद कम होगा।
महंगाई को मात देने के लिए  मोदी सरकार का यह एक बहुत बड़ा कदम है। इससे पहले मोदी सरकार ने  एल.इ.डी बल्ब  सस्ते दामों में  बाजार में लाकर  महंगाई  के खिलाफ  एक अच्छा कदम उठाया था। इसके बाद मोदी सरकार का यह नया फैसला लोगों को सस्ते दामों में एसी दिलवाएगा। 2018 में मोदी सरकार ने ए.सी कंपनियों को एडवाइज़री जारी करी थी। ए.सी को बनाने का कॉन्ट्रैक्ट ई.एस.एस.एल  नामक कंपनी को दिया गया है। इस कंपनी को सस्ते ट्यूबलाइट, एल.ई.डी, बल्ब और पंखे  बनाने का अनुभव है। जुलाई से आप घर बैठे ऑनलाइन, ए.सी को  खरीद सकते हैं। इसकी वारंटी 1 से 5 साल की होगी और एक्सचेंज ऑफर का भी प्रावधान है। इससे तकरीबन 35 से 40 फीसद बिजली की बचत होगी। डिस्कॉम जो कि एक बिजली वितरण कंपनी है उसके द्वारा ये ए.सी बेचे जाएंगे। एसी बुक करने के बाद आपको इस चिंता में नहीं रहना है  कि ए.सी पता नहीं कितने दिनों बाद लगेगा क्योंकि  यह कंपनी  ए.सी बुक करने के 24 घंटों के भीतर ए.सी लगा देगी। ए.सी उसी के नाम पर लगाया जाएगा  जिसके नाम पर  मीटर होगा। मोदी सरकार बिजली की खपत को कम करना चाहती है  इसीलिए  ए.सी  का  डिफॉल्ट तापमान 24 से 26 डिग्री होगा। कुछ समय पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में इसका जिक्र करा था  और कहा था  कि अगर  ए.सी  24 से 26 डिग्री  पर चलाया जाएगा  तो इससे  बिजली की खपत ज्यादा नही होगी  और  पर्यावरण पर भी इसका असर  बुरा नहीं पड़ेगा। साथ ही अगर ए.सी  कम तापमान पर चलता है तो सरकार पर बिजली उत्पादन तीव्र और काफी मात्रा में बिजली  लोगों को पहुंचाने का दबाव कम हो जाता है। जापान में ए.सी का डिफॉल्ट तापमान 28 डिग्री है क्योंकि कम  तापमान  में चलने वाले एसी शारीरिक तौर पर और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।

वाराणसी के महंत ने भेजी ममता बनर्जी को श्रीरामचरित्रमानस

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी 'जय श्री राम' पर दिए गए विवादित बयान को लेकर अभी भी चर्चा में है। अब वाराणसी के संत भी ममता बनर्जी को उनके विवादित बयान का जवाब दे रहे हैं।



वाराणसी के मशहूर पातालपुरी मठ के पीठाधीश्‍वर महंत बालक दास ने संतों के साथ मिलकर ममता बनर्जी को पोस्ट के जरिए श्रीरामचरितमानस भेजी है। दास जी का कहना है  की  अगर एक बार  ममता बनर्जी  श्री राम चरित्र मानस पढ़ लें  तो  उनके दिमाग को शांति मिलेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह ममता बनर्जी जय श्री राम बोले  बोलने  का विरोध कर रही है  उससे साफ जाहिर होता है  कि  ममता बनर्जी  श्रीराम के खिलाफ हैं।
 उन्होंने कहा कि  उन्हें  श्रीरामचरित्रमानस  भेजने का आइडिया  बीजेपी  कर्मियों से आया  क्योंकि उन्होंने कहा था  कि हम  10 लाख पोस्टकार्ड  'जय श्री राम' लिखकर  बंगाल की  सीएम ममता बनर्जी को भेजेंगे। दास ने यह भी कहा कि वे ममता बनर्जी को वह और कॉपीज भेजेंगे  और  उनको हमारे शास्त्रों का अर्थ समझाएंगे जिससे उनकी सोच साफ हो।

Wednesday, June 5, 2019

जम्मू कश्मीर में हुई फिर पत्थरबाज़ी, ईद के मौके पर भी नहीं माने पत्थरबाज़

जिस दिन पूरा देश ईद जश्न मना रहा था और ईद की बधाई दी जा रही थी ठीक उसी दिन यानी कि आज के दिन जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाज़ी करी।

जम्मू कश्मीर के 4 जिले श्रीनगर, बारामुला,  अनंतनाग  और  पुलवामा में पत्थरबाजों  ने  सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी करी। पत्थरबाजों ने श्रीनगर के जामिया मस्जिद में नमाज पढी और नमाज पढ़ने के बाद पत्थरबाजी कर  प्रदर्शन किया। 
देश भक्ति गीत "सारे जहां से अच्छा" की एक बहुत सुंदर लाइन है 'मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना'  जो कि सत्य है  क्योंकि  कोई धर्म या कोई मजहब  यह नहीं कहता  की आतंक फैलाया जाए  और धर्म के नाम पर  किसी का दिल दुखाया जाए। पर आज ईद के दिन  नमाज पढ़ने के बाद  जिन पत्थरबाजों ने पत्थरबाजी करी  उससे साफ पता लगता है  कि पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी  धर्म के नाम पर  उनसे पत्थरबाजी करवाते  हैं  और आतंकवाद  को बढ़ावा दिलाते हैं। 
जो हाल इस वक्त पत्थरबाजों का  है  उससे साफ प्रतीत होता है कि आने वाले समय में छोटे-छोटे बच्चों  के हाथों में  पत्थर  और खतरनाक  हथियार होंगे। ईद शांति फैलाने को कहता है पर इन पत्थरबाजों ने ईद के दिन भी आतंक फैलाया। शायद उन्हें अपने धर्म का मतलब, अपने धर्म के प्रति कर्तव्य और एक मुसलमान होते हुए  उनका  बाकी लोगों के लिए क्या कर्तव्य है  वह नहीं मालूम।
पत्थरबाज इसीलिए इतना बौखलाए हुए हैं क्योंकि हाल ही में जम्मू कश्मीर की विधानसभा सीटें बढ़ाने की चर्चा हुई है और चुनाव आयोग ने कहा है कि अमरनाथ की यात्रा के बाद जम्मू कश्मीर में चुनाव का ऐलान कर दिया जाएगा। पत्थरबाजों ने कश्मीर बनेगा पाकिस्तान के नारे लगाए और आतंकवादियों की तस्वीरों से पोस्टर और बैनर बनाकर भड़काऊ नारे लगाए। यहां तक कि एक पोस्टर पर  मूसा आर्मी  लिखा हुआ था।  मूसा एक आतंकवादी था। जिसका पूरा नाम जाकिर मूसा रहीमहुल्लाह था।
पत्थरबाजों के इस क्रोध को देखकर साफ यह पता लगता है की भारत जिस तरह आतंकवाद पर लगाम लगा रहा है उससे वे डरे हुए हैैं। वेें अपना गुस्सा पत्थरबाजी के द्वारा  इसीलिए  दिखा पा रहे हैं क्योंकि भारत में अब भी बहुत से लोग हैं जो उनका समर्थन करते हैं। जिस तरह हिंदुस्तान आतंकवादियों को मजा चखा रहा है। उससे हम यह कह सकते हैं कि बहुत जल्द  आतंकवाद पर पूरी तरह से लगाओ लगा  दी जाएगी।
जय हिंद 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जय भारत 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
वंदे मातरम  🇮🇳🇮🇳🇮🇳

कनिका कपूर के अक्सर लंदन जाने का राज़, जानिए उनसे जुड़ी कुछ रहस्यमयी बातें

आज कल कनिका कपूर सुर्खियों में है, उनके कोरोना वायरस पॉजिटिव होने के बाद उनकी चर्चा देशभर में चल रही है। जब कनिका को कोरोना वायरस पॉजिटि...